काहिरा. मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक का मंगलवार को 91 साल की उम्र में निधन हो गया। सरकारी टेलीविजन ने बताया कि पिछले दिनों उनकी पेट की सर्जरी हुई थी। वे 30 साल तक सत्ता में रहे थे। 9 साल पहले 2011 में सेना ने उन्हें राष्ट्रपति के पद से हटा दिया था। उसी दौरान उन्हें मिस्र में प्रदर्शनकारियों की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया था। वे 6 साल तक जेल में रहे। कोर्ट से ज्यादातर मामलों में बरी किए जाने के बाद उन्हें 2017 में जमानत मिल गई थी।
होस्नी मुबारक 1981 में अनवर सदत की हत्या के बाद सत्ता में आए थे। मुबारक को उप राष्ट्रपति से राष्ट्रपति बनाया गया था। उनके तीन दशक के कार्यकाल के दौरान मिस्र में कई पाबंदियां थी। पुलिस लोगों के प्रति सख्त थी। एक स्थान पर पांच से ज्यादा लोग जमा नहीं हो सकते थे।
मुबारक के कार्यकाल में 239 प्रदर्शनकारियों की हत्या हुई थी
मुबारक की सरकार का मिस्र के लोगों ने विरोध किया था। उनकी सरकार के खिलाफ 2011 में 18 दिनों तक लगातार प्रदर्शन हुए थे। इस दौरान 239 प्रदर्शनकारियों की हत्या हुई थी। लगातार विरोध के बाद सेना ने उन्हें पद से बेदखल कर दिया। इसके बाद तत्कालीन उप-राष्ट्रपति ओमर सुलेमान ने मुबारक के पद छोड़ने की औपचारिक घोषणा की थी। यह जानकारी सामने आने के बाद लोगों ने पूरे मिस्र में जश्न मनाया।